गैंगस्टर आनंदपाल एनकाउंटर: सीबीआई ने पुलिस को दी क्लीन चिट

Anandpal encounter case
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सीबीआई ने प्रदेश के बहुचर्चित गैंगस्टर आनंदपाल सिंह के एनकाउंटर को सही करार देते हुए कोर्ट में एफआर पेश कर दी है। अपनी जांच में सीबीआई ने कहा कि कमांडों सोहनसिंह को आनंदपाल के हथियार से चली गोली लगी थी। एनकाउंटर में पुलिस को लीन चिट देने के साथ ही सीबीआई ने आनंदपाल की मौत के बाद उसके गांव सांवराद में आयोजित शोक सभा के पश्चात भडक़े उपद्रव के मामले में 24 लोगों के खिलाफ चार्जशीट कोर्ट में पेश की है। सीबीआई ने तीन साल पुराने इस मामले की जांच पूरी करते हुए आनंदपाल सिंह की बेटी चरणजीत सिंह उर्फ चीनू, लोकेंद्र सिंह कालवी, सुखदेव सिंह गोगामेडी समेत 24 लोगों को आरोपी माना है।

आनंदपाल की मौत के बाद उसके गांव सांवराद में आयोजित शोक सभा के पश्चात भडक़े उपद्रव के मामले में 24 लोगों के खिलाफ चार्जशीट कोर्ट में पेश की है।

उन पर दंगा भडक़ाने, तत्कालीन नागौर एसपी व महिला आइपीएस पर जानलेवा हमला करने, पुलिस वाहनों को जलाने का आरोपी माना गया है। सीबीआई ने कहा कि यह हमारी जांच का नतीजा है, लेकिन अंतिम फैसला कोर्ट करेगा। आनन्दपाल सिंह एनकाउंटर प्रकरण में सीबीआई ने जांच पूरी कर ली है। कोर्ट में इस मामले की एफआर पेश करते हुए सीबीआई ने केंद्रीय फोरेंसिक जांच लेब के साथ मिलकर एनकाउंटर सीन रिक्रिएट करवाया था। एनकाउंटर के वक्त उस मकान में मौजूद लोगों और एनकाउंटर करने वाले अधिकारियो बयान व जांच के बाद सीबीआई ने इस एनकाउंटर को सही ठहराया है।

रिपोर्ट के अनुसार सीएफएसएल ने माना है कि कमांडो सोहन सिंह को आनंदपाल के हथियार से चली गोली लगी है। सीबीआई ने एफआर को कुछ दिन पूर्व कोर्ट में पेश किया था। आनंदपाल की मौत के बाद उसके गांव में 12 जुलाई 2017 को आयोजित शोक सभा के दौरान सांवराद गांव में उपद्रव भडक़ाने के आरोप की सीबीआई की नई दिल्ली स्पेशल क्राइम ब्रांच-2 के डीआईजी जगरूपगुरु सिन्हा के निर्देशन में डिप्टी एसपी मुकेश शर्मा ने जांच पूरी की है। इसके बाद जोधपुर में सीबीआई की एसीजेएम कोर्ट में चालान पेश किया गया। आरोपियों की गिरफ्तारी अभी नहीं हो पाई है। उनको नोटिस देकर गिर तारी के लिए बुलाया जाएगा।

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उल्लेखनीय है कि आनंदपाल सिंह चुरु जिले के मालसर गांव में 24 जून 2017 को पुलिस मुठभेड़ में मारा गया था। उसके परिवार के सदस्यों ने मुठभेड़ की विश्वसनीयता को लेकर सवाल उठाए हैं और दावा किया है कि वह समर्पण करना चाहता था फिर भी उसे मार दिया गया। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि उसे कई बार समर्पण करने को कहा गया, लेकिन उसने पुलिसकर्मियों पर गोलीबारी शुरू कर दी।

राजस्थान के राजपूत समुदाय ने उसके मारे जाने पर बड़े स्तर पर प्रदर्शन व सडक़ को जाम कर दिया था। एनकाउंटर के बाद आनंदपाल के गांव सांवराद में सभा के दौरान उपद्रव भी हुआ था। उसमें एक युवक की मौत हो गई थी। इस दौरान भीड़ बेकाबू हो गई थी और दंगा भडक़ उठा था