महारानी कॉलेज में टंकी पर चढ़ी छात्राएं, राजस्थान छात्रसंघ चुनावों को आगे बढ़ाने की मांग

student on water tank
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समझाइश पर छह घंटे बाद नीचे उतरी छात्राएं, छात्र राजनीति में टंकी पॉलिटिक्स शुरू

आरयू में तीन दिन से टंकी पर बैठे छात्रनेता

एबीवीपी ने किया कुलपति घेराव, पुलिस के साथ हुई झड़प

जयपुर। राजस्थान यूनिवर्सिटी के छात्र नेता अपनी मांगों को मनवाने के लिए टंकी पर चढ़ने का रास्ता अपना रहे है। तीन दिनों से राजस्थान यूनिवर्सिटी में एबीवीपी के तीन छात्रनेता टंकी पर चढ़े हुए है। वहीं सोमवार को महारानी कॉलेज में पांच सूत्री मांगों को लेकर 3 छात्राएं भी टंकी पर चढ़ गईं। हालाँकि छात्राओं को समझाइश कारने पर देर शाम टंकी से निचे उतर गयी। लेकिन यूनिवर्सिटी में टंकी पर बैठे छात्रनेता मांगों को पूरा करने के लिखित आदेश पर अड़े हुए है। छात्र नेता छात्रसंघ चुनाव की तारीख आगे बढ़ाने और 100 फीसदी एडमिशन की मांग कर रहे हैं। इधर सोमवार को एबीवीपी ने कुलपति सचिवालय का घेराव कर प्रशासन से जल्द करवाई की मांग की। इस दौरान एबीवीपी कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प हुई।

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पुलिस को चकमा देकर टंकी पर चढ़ी छात्राएं, 6 घंटे बाद उतरी

महारानी कॉलेज में छात्राओं की विभिन्न समस्याओं को लेकर छात्राओं ने सोमवार को विरोध प्रदर्शन किया। गेट पर विरोध प्रदर्शन के बाद छात्राएं कॉलेज प्रिंसिपल को ज्ञापन देने गयी। लेकिन प्रिंसिपल नहीं मिलने के कारण नाराज छात्रा कोमल मोहनपुरिया , गुंजन शर्मा और कोमल वर्मा महारानी कॉलेज में बनी पानी की टंकी पर चढ़ गयी। छात्राओं ने कॉलेज प्रबंधन के सामने 5 मांगें रखी हैं। इनमें छात्रा शिक्षा निशुल्क किया जाए, यूजी पीजी में 100 फीसदी प्रवेश हो, कॉलेज में निशुल्क ई मित्र व्यवस्था रहे, ओपन जिम खोला जाए और बंद पड़े बैंक को चालू करने जैसी मांगें शामिल हैं। छात्राओं की मांगो को जल्द पूरा करने का आश्वासन देने के बाद करीब 6 घंटे की समझाइश के बाद छात्राएं नीचे उतरी। राजस्थान यूनिवर्सिटी में छात्रों के टंकी पर चढ़ने के बाद महारानी कॉलेज में टंकी के पास पुलिस के चार जवान तैनात किये गए थे , लेकिन छात्राओं ने उन्हें भी चकमा देकर टंकी पर चढ़ गयी।

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तीन से लिक्विड लेकर टंकी पर बैठे छात्रनेता

छात्रंसघ चुनावों को आगे बढ़ाने और एडमिशन प्रक्रिया पूरा करने की मांग को लेकर 6 अगस्त को छात्र नेता नरेंद्र यादव, मनु दाधीच और राहुल मीणा पानी की टंकी पर चढ़े थे। टंकी पर चढ़े छात्र नेता मनु दाधीच और नरेन्द्र यादव ने बताया कि वह तीन फीट चौड़ी जगह पर 48 घंटे से बैठे हैं। लेकिन प्रशासन केवल आश्वासन देने के आलावा कोई काम नहीं कर रहा। पिछले तीन दिन से लिक्विड लेकर वह आंदोलन कर रहे हैं। अगर प्रशासन ने उनकी बात नहीं मानी तो वह गलत कदम भी उठा सकते हैं। इसकी जिम्मेदारी राजस्थान सरकार, राजस्थान विश्वविद्यालय प्रशासन की होगी। नरेंद्र यादव ने कहा कि जब तक सरकार 100% एडमिशन की प्रक्रिया पूरी नहीं कर लेती, छात्रसंघ चुनाव नहीं होने चाहिए। ऐसा करने से लोकतंत्र के महापर्व में छात्र शामिल नहीं हो सकेंगे। अगर सरकार ने फिर भी ऐसा किया तो हम आत्मदाह कर लेंगे।

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एबीवीपी और पुलिस के बीच हुई झड़प

तीन दिन से टंकी पर बैठे छात्र नेताओं की मांग पूरा करने के लिए सोमवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओ ने कुलपति सचिवालय का घेराव किया। इस दौरान छात्रों के गेट तोड़कर अंदर जाने की कोशिश की। मौके पर तैनात पुलिस प्रशासन ने रोकने की कोशिश की। प्रदर्शन के दौरान राष्ट्रीय मंत्री कौशल मीणा इकाई अध्यक्ष भारत भूषण इकाई मंत्री महेंद्र चौधरी शहीद सैकड़ों छात्रों को बल पूर्वक हटाया गया जिससे छात्रों के कपडे फट गए। जिसके बाद इकाई अध्यक्ष भारत भूषण के नेतृत्व में कुलपति सचिवालय में प्रोफेसर एसएस शर्मा की अध्यक्षता में बनाई गयी कमेटी के सामने अनशन पर बैठ गए। राष्ट्रीय मंत्री होशियार मीणा ने कहा इस विश्वविद्यालय में लोकतंत्र की हत्या हुई है। यदि छात्रों के साथ खिलवाड़ हुआ, टंकी पर चढ़े छात्रों के साथ कोई अन्याय हुआ या कोई अनहोनी हुई तो इसका जिम्मेदार केवल और केवल विश्वविद्यालय प्रशासन और राजस्थान सरकार होगी।