देर रात तक जागने की आदत है तो हो जाएं सावधान, बढ़ सकती है डायबिटीज

डायबिटीज
डायबिटीज

डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है, जिसकी चपेट में आप एक बार आ गए, फिर ये जीवनभर आपके साथ रहता है। इसका कोई इलाज नहीं है, इसलिए इसे कंट्रोल में रखना ही, जान बचाने का एक मात्र तरीका है। दरअसल, डायबिटीज उस कंडिशन को कहते हैं, जब आपके पैनक्रियाज सही मात्रा में इंसुलिन बना नहीं पाते या आपके सेल्स उस इंसुलिन का ठीक से इस्तेमाल नहीं कर पाते। इन दोनों ही कारणों से ब्लड शुगर लेवल बढऩे लगता है। ब्लड शुगर लेवल बढऩे की वजह से आपके शरीर के लगभग हर अंग को प्रभावित करना शुरू कर देता है, जिसकी वजह से ऑर्गन फेलियर तक हो सकता है। इतना ही नहीं, डायबिटीज अन्य बीमारियों के जोखिम को भी बढ़ाता है। इसलिए इसे कंट्रोल करना बेहद जरूरी होता है।

डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए आपके डॉक्टर से चिकित्सीय सलाह लेने के साथ-साथ लाइफस्टाइल में जरूरी बदलाव करने भी काफी जरूरी होते हैं। हालांकि, कई लोगों के साथ ऐसी समस्या होती है कि हेल्दी लाइफस्टाइल फॉलो करने के बाद भी डायबिटीज कंट्रोल नहीं हो रहा है । ऐसे में इसके पीछे एक कारण हो सकता है, नींद की कमी। जी हां, नींद आपकी हेल्दी लाइफस्टाइल में काफी अहम भूमिका निभाती है और इसकी कमी की वजह से भी ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है। इस आर्टिकल में हम इस बारे में ही जानने की कोशिश करेंगे कि कैसे नींद की कमी के कारण डायबिटीज को कंट्रोल करने में काफी परेशानी हो सकती है। आइए जानें।

इंसुलिन रेजिस्टेंस बढ़ती है

इंसुलिन
इंसुलिन

नींद की कमी की वजह से ब्लड शुगर लेवल बढऩे का एक सबसे बड़ा कारण है, इंसुलिन सेंसिटिविटी की कमी। दरअसल, जब आपकी नींद पूरी नहीं होती, तो आपके सेल्स इंसुलिन का ठीक से इस्तेमाल नहीं कर पाते और ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है। इसे ही इंसुलिन रेजिस्टेंस कहते हैं, यानी शरीर इंसुलिन का ठीक से इस्तेमाल नहीं कर पाती है।

खाने की क्रेविंग बढ़ती है

खाने की क्रेविंग
खाने की क्रेविंग

जब आप रात को देर तक जागते हैं, तो आपने ध्यान दिया होगा कि आपका बार-बार मन कुछ खाने का करता है। उसमें भी हाई कैलोरी के फूड्स खाने का मन ज्यादा करता है। इसकी वजह से अक्सर लोग मिड नाइट स्नैकिंग के नाम पर जंक और प्रोसेस्ड फूड्स खाते हैं। इनकी वजह से भी ब्लड शुगर लेवल बढ़ता है और डायबिटीज को कंट्रोल करना मुश्किल हो जाता है।

स्ट्रेस हार्मोन का लेवल बढ़ता है

नींद की कमी की वजह से बॉडी में कॉर्टिसोल जैसे स्ट्रेस हार्मोन बढऩे लगते हैं। ये स्ट्रेस हार्मोन इंसुलिन सेंसिटिविटी को कम कर देते हैं, जिसके कारण ब्लड शुगर लेवल बढऩे लगता है। इतना ही नहीं, नींद की कमी की वजह से अन्य हार्मोन्स में भी असंतुलन होने लगता है। घेरलिन और लेप्टिन हार्मोन्स में असंतुलन की वजह से भी भूख ज्यादा लगनी शुरू हो सकती है, जिसके कारण भी ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है।

सार्केडियन रिदम बिगड़ सकता है

नींद की कमी की वजह से शरीर का नेचुरल सार्केडियन रिदम खराब हो जाता है, जिसकी वजह से ब्लड शुगर लेवल को रेगुलेट करने में समस्याएं आ सकती हैं। इतना ही नहीं, सार्केडियन रिदम बिगडऩे की वजह से मेटाबॉलिज्म और शरीर की अन्य दूसरी एक्टिविटीज में भी समस्याएं आ सकती हैं।

ग्लूकोज टॉलिरेंस बिगड़ सकता है

नींद पूरी न होने की वजह से शरीर ग्लूकोज का मेटाबॉलिज्म सही प्रकार से नहीं कर पाता है, जिसके कारण हेल्दी डाइट के बावजूद ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है। इसलिए पूरी नींद लेना बेहद जरूरी होता है।

यह भी पढ़ें : पाक नेता कर रहे कांग्रेस के शहजादे को भारत का प्रधानमंत्री बनाने की दुआ : नरेन्द्र मोदी