
दवा लेने से मिलेगा छुटकारा
हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल से हार्ट डिजीज और स्ट्रोक का सबसे ज्यादा खतरा रहता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, दुनियाभर के एक तिहाई लोगों में इस्केमिक हृदय रोग का कारण हाई कोलेस्ट्रॉल है. हालांकि, सभी कोलेस्ट्रॉल खराब नहीं होते हैं और स्वस्थ कोशिकाओं के निर्माण के लिए आपके शरीर को इसकी कुछ मात्रा की जरूरत होती है.
हालांकि, हाई लेवल वाला एलडीएल (लो डेंसिटी लिपोप्रोटीन) कोलेस्ट्रॉल ब्लड वेसेल्स में फैटी चीजों को विकसित कर सकता है, जिसके चलते धमनियों में ब्लड सर्कुलेशन में दिक्कत आ सकती हैखराब लाइफस्टाइल और फूड के कारण हाई कोलेस्ट्रॉल और कई पुरानी बीमारियों का कारण बन सकते हैं. यहां हम आपको कुछ ऐसे फूड्स के बारे में बताने जे रहे हैं, जिन्हें रोजाना डाइट में शामिल करके बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने में आपकी मदद कर सकते हैं.
कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए फूड कॉम्बिनेशन्स
लहसुन और प्याज

लहसुन और प्याज खाना पकाने में मुख्य भूमिका निभाते हैं और दोनों में ही कोलेस्ट्रॉल कम करने वाले गुण पाए जाते हैं। लहसुन में एलिसिन होता है, जो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने के लिए दर्शाता है, जबकि प्याज में क्वेरसेटिन होता है, जो एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के ऑक्सीडेशन को रोकने में मदद कर सकता है। इन दोनों को जब एक साथ मिलाया जाता है, तो ये न केवल स्वादिष्ट होते हैं, बल्कि करी, सूप और ग्रेवी में हेल्थ भी जोड़ते हैं।
बादाम और दही

बादाम को हृदय के लिए स्वस्थ मोनोअनसैचुरेटेड फैट और प्रोटीन का एक बड़ा स्रोत माना जाता है, जो एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद कर सकते हैं। एक अध्ययन में पाया गया कि दही खाने से कुल कोलेस्ट्रॉल का स्तर 4त्न तक कम हो सकता है। दही में प्रोबायोटिक्स होते हैं, जो पाचन में सुधार और सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं। इन दोनों फूड्स को साथ में एक पौष्टिक नाश्ते के रूप में लिया जा सकता है। इसके अलावा आप इसे दिन के किसी भी समय खा सकते हैं।
ग्रीन टी और नींबू
ग्रीन टी दुनिया भर में पिया जाने वाला एक लोकप्रिय पेय पदार्थ है, जो एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर है। ये एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है। वहीं नींबू में फ्लेवोनॉयड्स होते हैं, जिनमें कोलेस्ट्रॉल कम करने वाले गुण होते हैं। इन दोनों का साथ में सेवन करना एक फ्रेश और हेल्दी ऑप्शन है। इसे आप गर्म या ठंडा जैसे चाहे सेवन कर सकते हैं। एक अध्ययन में पाया गया कि नींबू में पाए जाने वाले फ्लेवोनॉयड्स का सेवन हृदय रोग के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है।
दाल और ब्राउन राइस
भारतीय खाने की थाली में दाल एक प्रधान भोजन है, जो फाइबर और प्रोटीन से भरपूर होता है। ये एलडीएल कोलेस्ट्रॉल (खराब कोलेस्ट्रॉल) को कम करने में मदद करता हौ। ब्राउन राइस साबुत अनाज का एक बड़ा स्रोत है, जो हृदय रोग के जोखिम को 20त्न तक कम कर सकता है।
हल्दी और काली मिर्च
हल्दी एक ऐसा मसाला है, जिसका उपयोग भारतीय खाना को पकाने में सदियों से किया जाता रहा है। इसमें सूजन-रोधी और कोलेस्ट्रॉल कम करने वाले गुण होते हैं। एक अध्ययन में पाया गया कि 12 सप्ताह तक हल्दी और काली मिर्च से बना सप्लीमेंट लेने से हाई कोलेस्ट्रॉल वाले लोगों में एलडीएल कोलेस्ट्रॉल का स्तर में काफी कमी देखने को मिली। काली मिर्च में पिपेरिन होता है, जो हल्दी में मौजूद एक्टिव इंग्रीडिएंट करक्यूमिन को अवशोषित करने में मदद करता है। इन दो मसालों का मिश्रण काफी स्वादिष्ट और पौष्टिक है, जिसे करी, सूप और ग्रेवी में डाला जा सकता है।
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