
अलवर राजस्थान के सडक़ रास्ते उत्तर प्रदेश को पैदल जाने वाले मजदूरों को उत्तर प्रदेश के बॉर्डर तक पहुंचाने के लिए निजी एवं रोडवेज की बसें चलाई हैं। अलवर से 500 बसों का लक्ष्य रखा गया है। यह सभी बसें कांग्रेस पार्टी अपने खर्चें पर भेज रही है ।
अलवर। अलवर राजस्थान के सडक़ रास्ते उत्तर प्रदेश को पैदल जाने वाले मजदूरों की सहायता के लिए राजस्थान सरकार ने अब राजस्थान में फंसे बाहर के मजदूरों को उत्तर प्रदेश के बॉर्डर तक पहुंचाने के लिए निजी एवं रोडवेज की बसें चलाई हैं।
अलवर के सडक़ रास्ते उत्तर प्रदेश को पैदल जाने वाले मजदूरों की सहायता के लिए रोडवेज की बसें चलाई हैं।
आज इसी क्रम में राजस्थान कांग्रेस अपने खर्चें पर मजदूरों को उत्तर प्रदेश के बॉर्डर तक पहुंचाने के लिए बसे चलाई हैं और अलवर से 500 बसों का लक्ष्य रखा गया है। यह सभी बसें कांग्रेस पार्टी अपने खर्चें पर भेज रही है ।
कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव एवं पूर्व विधायक जुबेर खान ने बताया कि कांग्रेस पार्टी अपने खर्चे पर उत्तर प्रदेश सरकार के सहयोग के लिए सडक़ों पर संघर्ष कर अपने घरों को जा रहे मजदूरों के लिए बसें भेज रही है।
राजस्थान से 1000 बसों के माध्यम से मजदूरों को भेजा जाएगा। जिसमें 500 बसें अलवर से भेजना निश्चित की गई हैं अलवर के अलावा दौसा भरतपुर करौली धौलपुर से भी बसें भेजी जाएंगी यह बसें यूपी बॉर्डर तक जाएंगी और वहां पर इन मजदूरों को छोड़ा जाएगा।
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इधर अलवर के बानसूर विधायक शकुंतला रावत ने बताया कि गर्मी के इस मौसम में सडक़ों पर पैदल चल रहे मजदूरों की सहायता के लिए कांग्रेस पार्टी ने मजदूरों को उत्तर प्रदेश बॉर्डर तक छोडऩे का फैसला लिया है और वहां पर जो राजस्थान के मजदूर फंसे हैं वह बसें उत्तर प्रदेश से राजस्थान के प्रवासी मजदूरों को वापस लेकर आएगी।
अलवर से 500 बसों का लक्ष्य रखा गया है। यह सभी बसें कांग्रेस पार्टी अपने खर्चें पर भेज रही है ।
कांग्रेस की ओर से मजदूरों के लिए समुचित व्यवस्था की गई है। जहां बॉर्डर पर इनको छोड़ा जाएगा वहां कांग्रेस पार्टी द्वारा मजदूरों की खाने-पीने खाने पीने की व्यवस्था की जा रही है। आज अलवर जिले से 70 बसों को भेजा गया है।
अलवर शहर के हनुमान चौराया ,जालूकी बड़ौदामेव राजगढ़ सहित अनेक तहसीलों से 70 बसों को रवाना किया गया। यह प्राइवेट और रोडवेज बसें हैं। राज सरकार की स्वीकृति के बाद ही इन बसों को भेजा गया।